भाषासु मुख्या मधुरा दिव्या गीर्वाण भारती।
तस्यां हि काव्यं मधुरं तस्मादपि सुभाषितम्॥

Monday, March 29, 2010

८. दुर्जन: परिहर्तव्य: विद्ययाऽलंकृतोऽपि सन|

८. दुर्जन: परिहर्तव्य: विद्ययाऽलंकृतोऽपि सन|
मणिना भूषित: सर्प: किमसौ न भयङकर:||

अर्थ

सुशिक्षित असला तरी दुष्ट माणूस टाळावा ज्याच्या [फण्यावर] रत्न असते असा साप भीतीदायक नसतो काय? [निश्चित असा साप भीतीदायक   असतो.]

Hindi Translation

शिक्षित होने पर भी दुष्ट व्यक्ति से बचना चाहिए। जिसके फन पर रत्न होता है, क्या वह सर्प डरावना नहीं होता? निश्चित ही ऐसा सर्प भयावह होता है।

English Translation

Even if a person is educated, an evil one should be avoided. Is a snake with a gem on its hood not dangerous? Surely, such a snake is indeed fearsome.

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