३२. गुणाः कुर्वन्ति दूतत्वम् दूरेऽपि वसतां सताम् ।
केतकीगंधमाघ्रातुम् स्वयमायान्ति षट्पदाः ॥
अर्थ
ज्याप्रमाणे केवड्याच्या वासामुळे भुंगे त्याच्याकडे आकर्षित होतात, त्याप्रमाणे चांगल्या माणसांचे गुण त्यांची थोरवी दुरवर पसरवतात.
Hindi translation:
जिस प्रकार केवड़े की खुशबू से भंवरे उसकी ओर आकर्षित होते हैं, उसी प्रकार अच्छे लोगों के गुण उनकी महानता को दूर-दूर तक फैला देते हैं।
English translation:
Just as bees are drawn to the fragrance of the screw pine flower, in the same way, the virtues of good people spread their greatness far and wide.
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